News: किराएदार ने मकान पर कब्जा कर लिया? जानिए कानूनी तरीके, जिनसे मिलेगा पूरा हक!
कई मकान मालिकों के लिए सबसे बड़ी चिंता होती है कि कहीं उनका किराएदार ही उनके घर पर कब्जा न कर ले! आपने भी ऐसे कई किस्से सुने होंगे, जहां लोग लंबे समय तक किराए पर रहने के बाद मकान पर ही दावा करने लगते हैं। लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है! मकान मालिक कुछ जरूरी कानूनी नियमों को अपनाकर अपनी संपत्ति को सुरक्षित रख सकते हैं। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि अगर किराएदार मकान खाली करने से इनकार करे या कब्जा करने की कोशिश करे, तो आपको क्या करना चाहिए।
कब्जे से बचने के लिए क्या करें?
✅ रेंट एग्रीमेंट बनवाएं – मकान किराए पर देने से पहले एक ठोस रेंट एग्रीमेंट बनवाना बेहद जरूरी है। इसे हर 11 महीने में रिन्यू कराएं और उसमें किराए की अवधि, किराए की राशि और शर्तें स्पष्ट रूप से लिखें।
✅ रेंट एग्रीमेंट को रजिस्टर्ड कराएं – सिर्फ एग्रीमेंट बनाना ही काफी नहीं, इसे कानूनी रूप से मजबूत बनाने के लिए लोकल अथॉरिटी के पास रजिस्टर कराना जरूरी है।
✅ समय-समय पर विजिट करें – मकान मालिक को अपने किराए के घर पर नजर रखनी चाहिए। अगर कोई किराएदार घर पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है, तो समय रहते कार्रवाई करें।
✅ बिजली-पानी के बिल पर नजर रखें – इन बिलों को हमेशा अपने नाम पर रखें और नियमित रूप से भुगतान करें। अगर कोई किराएदार इन बिलों को अपने नाम पर ट्रांसफर करवाने की कोशिश करे, तो सतर्क हो जाएं।
✅ लिखित चेतावनी दें – अगर कोई किराएदार अनुचित व्यवहार कर रहा है या किराया नहीं दे रहा है, तो उसे कानूनी रूप से नोटिस भेजें और मकान खाली करने के लिए लिखित चेतावनी दें।
अगर किराएदार कब्जा कर ले तो क्या करें?
अगर किराएदार मकान खाली करने से इनकार कर रहा है या कब्जा कर लिया है, तो घबराने की जरूरत नहीं। यहां कुछ कानूनी विकल्प दिए गए हैं:
📌 किराया न देने पर केस करें – अगर किराएदार समय पर किराया नहीं दे रहा है, तो मकान मालिक उचित कानूनी प्रक्रिया के तहत उसे नोटिस भेज सकता है और केस दर्ज कर सकता है।
📌 पुलिस की मदद लें – मकान पर अवैध कब्जे की स्थिति में पुलिस में शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
📌 अदालत में याचिका दायर करें – मकान मालिक कोर्ट में केस दर्ज कर सकता है और मकान खाली करवाने का आदेश प्राप्त कर सकता है।
📌 IPC धारा 103 का इस्तेमाल करें – इस धारा के तहत मकान मालिक को अवैध रूप से किए गए कब्जे को हटाने का अधिकार दिया जाता है।
समय रहते रहें सतर्क!
अगर आप चाहते हैं कि आपका मकान किराएदार के कब्जे में न जाए, तो शुरुआत से ही कानूनी रूप से सतर्क रहें। सही दस्तावेज बनवाएं, समय-समय पर मकान की स्थिति जांचें और किसी भी गड़बड़ी की स्थिति में कानूनी कदम उठाएं।
अब आपको चिंता करने की जरूरत नहीं! इन कानूनी तरीकों को अपनाकर आप अपने मकान को सुरक्षित रख सकते हैं।