Petrol Price: आने वाले हैं अच्छे दिन! आम लोगों को मिलेगी बड़ी राहत, ₹5 सस्ता हो जाएगा पेट्रोल-डीजल
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बावजूद, भारतीय उपभोक्ताओं को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में तत्काल राहत नहीं मिल रही है। हाल ही में, केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने संकेत दिया कि यदि ब्रेंट क्रूड की कीमतें $60 प्रति बैरल पर स्थिर रहती हैं, तो पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती संभव है।
वर्तमान परिदृश्य
8 अप्रैल 2025 तक, दिल्ली में पेट्रोल की कीमत ₹94.77 प्रति लीटर और डीजल की कीमत ₹87.67 प्रति लीटर पर स्थिर बनी हुई है। इसके विपरीत, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें गिरकर $60 प्रति बैरल के आसपास पहुंच गई हैं। Hindustan Hindi News+2Navbharat Times+2Hindustan Hindi News+2
उत्पाद शुल्क में वृद्धि
हाल ही में, सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर ₹2 प्रति लीटर का उत्पाद शुल्क बढ़ाया है। यह कदम तब उठाया गया जब कच्चे तेल की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार में कम हो रही थीं, जिससे उपभोक्ताओं को संभावित राहत की उम्मीद थी।
विशेषज्ञों की राय
केडिया एडवाइजरी के निदेशक अजय केडिया के अनुसार, कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बावजूद, पेट्रोल और डीजल की कीमतों में तत्काल कमी की संभावना कम है। उन्होंने बताया कि तेल विपणन कंपनियों के पास लगभग 45 दिनों का स्टॉक होता है, जो उच्च कीमतों पर खरीदा गया था। इसलिए, नई कीमतों का प्रभाव उपभोक्ताओं तक पहुंचने में समय लग सकता है।
भविष्य की संभावनाएं
यदि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें निम्न स्तर पर बनी रहती हैं, तो आने वाले हफ्तों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती की संभावना बढ़ सकती है। हालांकि, यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सरकार के कराधान नीतियों और अन्य आर्थिक कारकों का भी कीमतों पर प्रभाव पड़ता है।
निष्कर्ष
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट भारतीय उपभोक्ताओं के लिए सकारात्मक संकेत है, लेकिन घरेलू बाजार में इसका प्रभाव तुरंत नहीं दिख सकता। सरकार की कर नीतियों और तेल कंपनियों की रणनीतियों के कारण, पेट्रोल और डीजल की कीमतों में संभावित कटौती में समय लग सकता है। इसलिए, उपभोक्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे ईंधन की कीमतों पर नियमित रूप से नजर रखें और अपने बजट की योजना उसी अनुसार बनाएं।